आज जीवन की कल्पना बिना इंटरनेट के करना असंभव है, एक क्लिक से दुनिया भर की जानकारी हमारे सामने आ जाती हैं| पर आज भी कई स्थान ऐसे हैं जो कि अपनी भौगोलिक विषमताओं के कारण या फिर अपर्याप्त टेलीकम्युनिकेशन सुविधा के कारण तेज इंटरनेट से नहीं जुड़ता पाये है इसीलिए एलोन मस्क ने 2015 में Starlink की घोषणा की।
कैसे आता है इंटरनेट आपके घर तक?
दुनिया के देश एक दूसरे से ऑप्टिकल फाइबर केबल (Optical Fibre Cable) के जरिए जुड़े होती हैं, यह फाइबर केबल महासागरों के अंदर से होकर गुजरती है और देशो के तटीय स्थानों (Coastal area) तक जाते है, वहाँ से इंटरनेट महानगरों, शहरों और हर छोटे बड़े स्थानों तक पहुंचाया जाता है| केबल को बिछाने का काम अलग अलग स्तर पर अलग अलग इंटरनेट सेवा प्रदाता कम्पनियाँ (Internet Service Provider) करती है, जिस मोबाइल टावर से हम मोबाइल पर इंटरनेट चलाते हैं वह भी फाइबर केबल से ही जुड़ा होता है ।
लेकिन आज भी दुनिया में ऐसे स्थान है जहां पर विषम भौगोलिक परिस्थितियों या टेलीकम्युनिकेशन सुविधाओं के अभाव के कारण तेज इंटरनेट की सुविधा नहीं मिल पाती है, इसीलिए सेटेलाइट इंटरनेट के जरिए इंटरनेट को सीधे आपके घर तक पहुंचाया जाता है।
ऐसा नहीं है कि Starlink के एकमात्र ऐसा सर्विस प्रोवाइडर है जो सेटेलाइट इंटरनेट दे रहा है, इसके साथ-साथ अभी Visat, Hughesnet जैसी और कंपनियां भी हैं जो सेटेलाइट इंटरनेट प्रदान करती हैं, पर काफी कम सेटेलाइट होने कि वजह ये कंपनी बहुत सीमित स्थानों पर ही इंटरनेट सेवा दे पाते है, भारत में भी इसरो (ISRO) द्वारा कई सेटेलाइट प्रक्षेपित किए गए जिनके माध्यम से सेटेलाइट इंटरनेट दूरस्थ इलाकों तक पहुँच सके, जिससे टेलीमेडिसिन (Telemedicine) जैसी सुविधाओ का लाभ महानगरों से दूर बसे गाँव तक भी संभव हो पाया, लेकिन इस सुविधा का दायरा एक छोटे क्षेत्र तक ही सीमित है।
कौन है एलन मस्क (Elon Musk) और क्या है स्टारलिंक (Starlink)?
एलोन मस्क स्पेसएक्स (SpaceX) के संस्थापक और टेस्ला (Tesla) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) हैं| Bloomberg Billionaires Index 2021 में एलोन मस्क दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति थे, पिछले साल 2021 मस्क की कंपनी का नेटवर्थ 150 अरब डॉलर बढ़ा था, मस्क को 2021 में ही टाइम मैगजीन ने पर्सन आफ द ईयर (Person of the year) भी घोषित किया था।
Starlink एलोन मस्क एक महत्वाकांक्षी योजना माना जाता है, इसमे सेटेलाइट इंटरनेट में लगभग 42,000 सेटेलाइट द्वारा दुनिया के हर हिस्से को सेटेलाइट इंटरनेट से जोड़ने की योजना है, इसके बाद उपभोक्ता के घर पर लगे एंटीना के माध्यम से इंटरनेट सीधे उसके घर तक पंहुचा दिया जाता है, पर इसके लिए उपभोक्ता को कम्पनी द्वारा दिए जाने वाले उपकरण (Equipment) खरीदने होंगे जिसमे एंटीना, राऊटर आदि शामिल होते है।
क्योंकि SpaceX के कारण कंपनी आसानी से खुद कि सेटेलाइट को कम लागत पर बना ओर प्रक्षेपित भी कर सकती है, इस कारण अन्य सेटेलाइट इंटरनेट सेवा प्रदाता कि तुलना में Starlink इंटरनेट कम दाम पर इंटरनेट दे सकती है| माना जा रहा है कि कंपनी का लक्ष्य अगले 5 वर्षों में 2000 से अधिक सेटेलाइट लॉन्च करने का है।
क्या स्टारलिंक भारत में उपलब्ध है?
अगर बात करे स्टारलिंक के भारत में उपलब्धता की तो वर्तमान में स्टारलिंक की सेवाएं भारत में उपलब्ध नहीं है, हालांकि कुछ महीनों पहले कंपनी ने भारत में प्री-बुकिंग शुरू की थी, कम समय में ही कंपनी को लगभग 5000 से अधिक प्री-बुकिंग प्राप्त हो गई थी पर भारत सरकार द्वारा इस पर रोक लगा दी गई क्योंकि कंपनी ने इंटरनेट सेवा प्रदान करने लाइसेंस नहीं लिया था| भारत सरकार ने कंपनी को भारतीय नियामक ढांचे का पालन करने और तत्काल प्रभाव से भारत में की बुकिंग से परहेज करने के लिए कहा है, आपको ज्ञात हो कि भारत में इंटरनेट सेवा प्रदाता को दूरसंचार विभाग से लाइसेंस लेना आवश्यक है।
स्टारलिंक को प्रयोग करने में भारत में कितना लगेगा खर्च?
Starlink को कंपनी की वेबसाइट के जरिए जब भारत में प्री-ऑर्डर किया जा सकता था तब प्री-ऑर्डर की कीमत 99 डॉलर यानी लगभग 7,200 रुपये थी, पर यह सिर्फ आंशिक राशि थी, शेष राशि सेवा शुरू होने के बाद दी जानी थी।
स्टारलिंक इंडिया के पूर्व कंट्री निदेशक संजय भार्गव के अनुसार स्टारलिंक की सेवाओ के लिए भारत में पहले वर्ष में 1,58,000 रुपये लिए जायेगे। इसमें इंस्टॉलेशन कॉस्ट (installation cost) ₹37,400 और ₹7,425 प्रति माह मासिक शुल्क है।
रूस और यूक्रेन युद्ध स्टारलिंक चर्चा में क्यों है?
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के चलते यूक्रेन में इंटरनेट सेवा बुरी तरह प्रभावित हुई है| यूक्रेन के उप-प्रधानमंत्री Mykhailo Fedorov ने Elon Musk से एक ट्विटर पोस्ट के माध्यम से मदद की गुहार लगाई। एलान मस्क से मदद मांगे जाने के बाद Starlink Satellite Internet की सेवाये यूक्रेन में शुरू कर दी गई है।
भारत में स्टारलिंक का भविष्य?
भारत विश्व के सर्वोत्तम सस्ते इंटरनेट सेवा प्रदान करने वाले देशो में एक है, पर आज भी भारत के दूरदराज के स्थान ऐसे है जहा तेज गति के इंटनेट का अभाव है ऐसे में स्टारलिंक जैसी सेवाओं इन इलाको के लिए वरदान से कम नहीं है| वैसे भारत की बड़े बाजार और प्रीबुकिंग में मिले अच्छी प्रतिक्रियायो (response) से कंपनी भारत में कदम रखने को काफी उत्साही लग रही।