Manu Bhaker Wiki In Hindi
Photo: Instagram/bhakermanu

पेरिस ओलिंपिक में पहला मेडल जीतने वाली मनु भाकर ने क्रिकेट बैट की जगह चुनी बंदूक, जानें परिवार और करियर के बारे में|

मनु भाकर को बचपन से ही खेलों का बहुत शौक था। हरियाणा के झज्जर के एक छोटे से गांव गोरिया के रहने वाले मनु भाकर ने अपने करियर के दौरान कई खेल खेले। मनु कभी कबड्डी के मैदान में उतरे तो कभी कराटे में हाथ आजमाया। शूटिंग को मुख्य रूप से चुनने से पहले मनु ने स्केटिंग, मार्शल आर्ट, कराटे, कबड्डी और बॉक्सिंग जैसे खेलों में अपनी किस्मत आजमाई।

‘पिस्टल क्वीन’ के नाम से मशहूर मनु भाकर (Manu Bhaker Biography in Hindi) ने 2018 से 2024 तक 10 मीटर एयर पिस्टल इंडिविजुअल और मिक्सड टीम इवेंट, 25 मीटर एयर पिस्टल इंडिविजुअल और मिक्सड टीम इवेंट में कई अंतरराष्ट्रीय पदक जीते हैं।

जानिए पेरिस ओलंपिक में भारत को पहला पदक दिलाने वाली मनु भाकर (Manu Bhaker wiki) के परिवार और करियर के बारे में।

14 साल की उम्र तक, उन्होंने मणिपुरी मार्शल आर्ट के साथ-साथ मुक्केबाजी, टेनिस और स्केटिंग जैसे अन्य खेलों में भी हाथ आजमाया और इन स्पर्धाओं में राष्ट्रीय खेलों में पदक जीते।

मनु भाकर का परिवार और करियर

मनु भाकर के पिता का नाम राम किशन भाकर है, जो मर्चेंट नेवी में चीफ इंजीनियर हैं। माता का नाम सुमेधा है, जो एक शिक्षिका रह चुकी हैं। मनु भाकर का एक भाई भी है जिसका नाम अखिल है।

मनु भाकर (Who is Manu Bhakar) का जन्म 18 फरवरी 2002 को हुआ था। मनु भाकर की मां सुमेधा भाकर ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा था कि ‘जिस समय मनु का जन्म हुआ था, उसी समय मनु को टीचर  एलिजिबिलिटी टेस्ट के लिए जाना पड़ा था। जब वह टेस्ट देकर वापस आया तो मनु बिल्कुल खुश थी। मेरे जाने के बाद वह चार घंटे तक नहीं रोई। यह देखकर उसका नाम मनु रखा जिसका मतलब है “झाँसी की रानी”। वह एक भारतीय ओलंपिक चैंपियन एथलीट हैं जो शूटिंग में भाग लेती हैं। पेरिस में 2024 ओलंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में ब्रोंज मेडल जीता है।

यह पेरिस ओलंपिक में भारत का पहला पदक है और वह किसी भी ओलंपिक में पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला निशानेबाज बनीं। 16 साल की उम्र में 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड मेडल जीता और ISSF विश्व कप में गोल्ड जीतने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय भी बनी।

मनु ने अपना पहला इंटरनेशनल मेडल 2017 में जीता था। इसके बाद उन्होंने एशियाई जूनियर चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीता। साथ ही, उन्होंने देश की शीर्ष निशानेबाज और वर्ल्ड कप मेडल विनर हीना सिद्धू (गोरेगाम स्थित निशानेबाज रौनक पंडित की पत्नी) को हराकर अपना ही रिकॉर्ड तोड़कर भारतीय शूटिंग जगत को चौंका दिया।

2017 एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में, उन्होंने सिल्वर मेडल जीतकर पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता हासिल की। 2017 में केरल में आयोजित नेशनल गेम्स में भाकर ने नौ गोल्ड मेडल जीते।

भाकर ने मैक्सिको के ग्वाडलाजारा में 2018 इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन वर्ल्ड कप में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में दो बार की चैंपियन मैक्सिको की एलेजांद्रा ज़वाला को हराकर गोल्ड मेडल जीता।

भाकर 16 साल की उम्र में स्वर्ण पदक जीतकर वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीतने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय बन गईं। भाकर ने विश्व कप में 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में अपना दूसरा गोल्ड मेडल जीता।

भाकर ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल क्वालीफाइंग राउंड में 388/400 अंक बनाए और फाइनल के लिए क्वालीफाई किया। गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के अंतिम दौर में, उन्होंने 240.9 अंकों का राष्ट्रमंडल खेलों का रिकॉर्ड बनाया और गोल्ड मेडल जीता।

2018 एशियाई खेलों में 25 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा के क्वालिफिकेशन राउंड में 593 का स्पोर्ट्स रिकॉर्ड स्कोर बनाया। लेकिन वह वहां मेडल जीतने में असफल रहीं। यूथ ओलंपिक 2018 में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में मनु भाकर ने 236.5 का स्कोर बनाकर पोइंट टेबल में शीर्ष स्थान हासिल किया।

2019 म्यूनिख ISSF वर्ल्ड कप में चौथे स्थान पर रहकर 10 मीटर पिस्टल स्पर्धा में 2020 टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया। पिस्टल शूटिंग में शामिल होने से पहले, वह क्रिकेट में रुचि रखती थीं और झज्जर में वीरेंद्र सहवाग के कोचिंग स्कूल में भी शामिल हुईं।

2019 में सभी चार पिस्टल और राइफल आईएसएसएफ वर्ल्ड कप में, उन्होंने अपने साथी के रूप में सौरभ चौधरी के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्सड  इवेंट स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीते, उन्होंने ईशा सिंह और रिधम सांगवान।के साथ 2022 एशियाई खेलों में महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल टीम स्पर्धा में भारत के लिए टीम गोल्ड मेडल जीता।

भारत ने मंगलवार 30 जुलाई को पेरिस ओलंपिक में अपना दूसरा मेडल हासिल किया। निशानेबाज मनु भाकर और सरबजोत ने 10 मीटर पिस्टल मिक्सड इवेंट में जीता। इस जोड़ी ने कोरियाई टीम को 16-10 से हराया.

किराये की पिस्तौल से खेला

अमर उजाला से बातचीत में मनु भाकर (Indian Olympian Manu Bhaker Struggle Story) ने अपने संघर्ष के दौर के बारे में बात की। मनु भाकर ने कहा कि उन्होंने अपना पहला नेशनल टूर्नामेंट किराए की पिस्तौल से खेला। मनु ने कहा, “शुरुआत में जब मेरे पास अपनी पिस्तौल नहीं थी, तो मैंने विनीत सर की पिस्तौल किराए पर ली। मुझे यह भी नहीं पता था कि ट्रिगर कितना नीचे होना चाहिए। पकड़ बनाने में भी काफी दिक्कत हुई।” लेकिन इन तमाम मुश्किलों के बावजूद मनु ने हार नहीं मानी।

पिस्टल लाइसेंस के लिए करनी पड़ी काफी मेहनत

एक बार मनु भाकर को पिस्टल लाइसेंस के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा था। मनु के पिता रामकिशन भाकर ने एक बार कहा था कि उन्हें लाइसेंस लेने के लिए हर दिन 45 किलोमीटर का सफर तय करके झज्जर जाना पड़ता था। अधिकारियों ने उनकी एक न सुनी। एशियन युथ गेम्स नजदीक आ रहे थे और मनु को प्रेक्टिस के लिए पिस्तौल की आवश्यकता थी। पुलिस और मजिस्ट्रेट ने सहयोग किया लेकिन तत्कालीन एडीसी ने उनकी बात नहीं सुनी।

खुद को असहाय महसूस करते हुए मनु के पिता ने हरियाणा के शिक्षा मंत्री से गुहार लगाई और सीएमओ व खेल मंत्री को भी ट्वीट किया। दो महीने बाद आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और मनु को लाइसेंस मिल गया।

मनु भाकर की कुल संपत्ति

रिपोर्ट के मुताबिक मनु भाकर (Manu Bhaker’s net worth) की कुल संपत्ति 12 करोड़ रुपये है। इस राशि में उनकी टूर्नामेंट फीस, इनाम का अमाउंट, एड्स और स्पोंसर्स अमाउंट शामिल है। मनु इंडियन शूटर के लिए आइडियल और पोस्टर गर्ल हैं। उनकी पापुलैरिटी का अंदाजा उनकी सोशल मीडिया अकाउंट से हो जाता है।

मनु भाकर को कॉमनवेल्थ गेम्स में मेडल जीतने के बाद हरियाणा सरकार ने 2 करोड़ रुपये दिए थे। इसके अलावा टूर्नामेंट जीतने पर मोटी रकम भी दी जाती है। सोशल मीडिया पर उनकी फैन फॉलोइंग भी काफी ज्यादा है. इंस्टाग्राम पर उनके 2 लाख फॉलोअर्स हैं. ट्विटर पर उनके करीब डेढ़ लाख फॉलोअर्स हैं।

मनु भाकर को ओजीक्यू स्पोंसर करता है। वह मनु की ट्रेनिंग और टूर्नामेंट के खर्चों को कवर करते हैं। मनु भाकर भारत सरकार के लक्ष्य ओलंपिक पोडियम स्क्रम का भी हिस्सा हैं। जिसके तहत पेरिस ओलंपिक के लिए 1.63 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं।ये खर्च उसकी पिस्तौल, एयर पेलेट्स और गोलियों की सर्विसिंग पर खर्च किया जाता है। इसके अलावा जर्मनी में पर्सनल कोच से ट्रेनिंग के लिए भी पैसा दिया गया है।

मनु भाकर को क्या पसंद है?

  • किसके प्रति सबसे अधिक आभारी हैं? : माँ और पिताजी (शूटिंग में अपना करियर बनाने में पूरा सहयोग देने के लिए)
  • पसंदीदा फिल्म: ‘जिंदगी ना मिलेगी दोबारा’
  • पसंदीदा अभिनेता: प्रियंका चोपड़ा
  • पसंदीदा खाना: आलू का पराठा

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