10th Ke Baad Engineering Kaise Kare

हर साल लाखों की संख्या में छात्र इंजीनियरिंग का कोर्स करते हैं। बीटेक और बीई जैसे कोर्स करके एमएनसी में बड़ी आसानी से नौकरी मिल जाती है। आमतौर पर इन सभी कोर्सेज के लिए स्टूडेंट्स का 12 वीं पास होना जरूरी है। लेकिन क्या आपको मालूम है कि अगर आप दसवीं पास है तो भी आप आसानी से इंजीनियर (Engineering After 10th) बन सकते हैं।

इंजीनियरिंग की शिक्षा में कई तरह की Branch शामिल हैं। वैसे तो स्टुडेंट अपनी इच्छा अनुसार कोई भी ब्रांच चुन सकता है लेकिन उचित इंजीनियरिंग क्षेत्र का चुनाव ही सही करियर बना सकता है।

स्टूडेंट्स 10वीं परीक्षा के साथ ही अपने करियर को लेकर काफी सीरियस हो जाते हैं। 11वीं कक्षा में स्ट्रीम चुनने से पहले ही वेत्ताई कर लेते हैं कि वे आगे जाकर डॉक्टर, इंजीनियर या फिर अकाउंटेंट बनना चाहते हैं । अगर आप भी 10वीं बोर्ड परीक्षा (Engineering After 10th) पास करने के बाद इंजीनियर बनना चाहते हैं तो आपको डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं।

पॉलिटेक्निक कॉलेज मैं एडमिशन लेकर आप अपना इंजीनियर बनने का सपना पूरा कर सकते हैं। पॉलिटेक्निक कॉलेज सरकारी कॉलेज (Government College of Engineering) होता है। पॉलिटेक्निक कॉलेज में छात्र बेहद ही कम फीस और कम समय में अपनी पसंद का कोर्स कर सकते है। हर राज्य में एंट्रेंस एग्जाम पास करने वाले छात्रों को ही पॉलिटेक्निक कॉलेज में एडमिशन दिया जाता है। दसवीं कक्षा पास किया हुआ छात्र पॉलिटेक्निक कॉलेज से इंजीनियर से जुड़ा हुआ कोर्स कर सकता है।

10वीं के बाद बनें जूनियर इंजीनियर

युवाओं में सरकारी नौकरी का बहुत ही क्रेज होता है। देश के हर राज्य में कई सरकारी और प्राइवेट पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट मौजूद हैं। 3 साल का पॉलिटेक्निक कोर्स करके आप सीधे सरकारी दफ्तर में Junior Engineer (10th ke baad engineering Junior Engineer kaise kare) की नौकरी कर सकते है। कई नामी कंपनिज के लिए पॉलिटेक्निक पास युवा पहली पसंद होते हैं। अक्स देखा जाता है कि BTech और पॉलिटेक्निक वाले समान वेतन पर नौकरी करते है।

दसवीं के बाद इंजीनियर बनने के फायदे

10वीं पास करने के बाद इंजीनियर बनने से आपको दो फायदे होंगे।

पहला फायदा तो यह है कि पोलीटेक्निक के ज़रिए इंजीनियरिंग करने से आपके साल बच जाएंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि जहां 12वीं के बाद बीटेक के लिए चार साल का कोर्स होता है, वही 10वीं के बाद पॉलीटेक्निक करने पर सिर्फ तीन साल का ही डिप्लोमा करना होगा। जिससे आपके 3 साल बच जाएंगे। डिप्लोमा कोर्स खत्म करने के बाद आप बीटेक किए हुए कैंडिडेट की तरह ही पैसे कमा सकते हैं।

यहां पर सबसे खास बात तो ये है कि अगर आपके 10वीं कक्षा में 50 फीसदी से ज्यादा मार्क्स हैं तो आप को बड़ी ही आसानी से पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट में एडमिशन मिल जाएगा। वही आप 12वीं कक्षा पास करने के बाद भी यह कोर्स कर सकते हैं लेकिन दसवीं के बाद आपको यह कोर्स तीन साल के लिए करना होगा लेकिन 12वीं के बाद यह कोर्स 2 साल का होगा।

कई सरकारी, निजी और महिला पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट (10th ke baad engineering kaise kare) राज्य स्तर पर  उपलब्ध हैं। जहां पॉलिटेक्निक से जुड़ें हुए सभी टेक्निकल कोर्स ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (एआईसीटीई) द्वारा करवाए जाते हैं। इन कोर्सेज के ज़रिए इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग और पैकेजिंग टेक्नोलॉजी जैसे कोर्स में एडमिशन ले सकते है।

पॉलिटेक्निक में स्किल बेस्ड एजुकेशन होती है। पॉलिटेक्निक का कोर्स एक व्यावसायिक कोर्स है, जिसमें वे सभी कोर्स उपलब्ध हैं, जो बीटेक में हैं। इतना ही नहीं कुछ राज्यों में पॉलिटेक्निक कोर्स की संख्या अधिक भी हो सकती है। सरकारी नौकरियों में सीधे जूनियर इंजीनियर बनने की तमन्ना रखने वाले छात्र इलेक्ट्रिकल, सिविल, मैकेनिकल आदि में ज्यादा एडमिशन लेते हैं। कई राज्यों में जूनियर इंजीनियर बनने की योग्यता पॉलिटेक्निक ही है।

पॉलिटेक्निक में एडमिशन प्रक्रिया

पॉलिटेक्निक के किसी भी कोर्स में एडमिशन के लिए छात्र को प्रवेश परीक्षा (Polytechnic Entrance Exams) देनी पड़ती हैं। आमतौर पर इस एग्जाम के लिए जनवरी-फरवरी में फॉर्म भरे जाते हैं और अप्रैल-मई में एग्जाम आयोजित होते हैं। जो स्टूडेंट 10वीं का एग्जाम देने वाले हैं या 10वीं पास हैं, वे पॉलिटेक्निक एंट्रेंस एग्जाम के लिए फॉर्म भर सकते हैं। इस एंट्रेंस एग्जाम का रिजल्ट (Polytechnic Result) आने के बाद मेरिट के आधार पर ही कोर्स और संस्थान निर्धारित किए जाते है।

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